स्वतंत्रता दिवस पर भाषण: Speech on Independence Day in Hindi
प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को हम सब लोग राष्ट्रिय पर्व स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षौल्लास के साथ मनाते हैं। विद्यालयों में भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं विद्यालय में छात्रों की सहभागिता से कई प्रकार के नाटक संगीत एवं भाषण आदि का आयोजन किया जाता है।
आज के इस आर्टिकल में हमने सभी छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के दो सेट लिखे हैं . स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में यह भाषण सभी छात्रों को उनके भाषण की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है। यह लेख न सिर्फ स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में भाषण वरन स्वतंत्रता दिवस को मनाने के उद्देश्य एवं इसके महत्व पर संक्षिप्त विवरण के साथ छात्रों का ज्ञानवर्धन करता है। तो आइये देखते है स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के दो बेहतरीन सेट।
स्वतंत्रता दिवस भाषण: Independence Day Speech in Hindi
सेट- 1
आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, अभिभावक एवं मित्रों।
सबसे पहले मैं आपको इस राष्ट्रिय पर्व स्वतंत्रता दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। इस अवसर पर आज आप सभी के साथ अपने विचार साझा करने का अवसर पाकर अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूँ। आज हमारा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस बड़े ही धूमधाम से मना रहा है। राष्ट्रीय पर्व के इस अवसर पर झंडा रोहन समारोह के बाद भारत के प्रधानमंत्री लाल किला की प्राचीर से पूरे देश को संबोधित करते हैं।
यह वह दिन है जब हमारा भारत देश गुलामी के जंजीरों से मुक्ति हुआ . जब पूरी दुनिया के लोग चैन से सो रहे थे, तब भारत के लोग ब्रिटिश शासन से आजादी पाने के लिए ब्रिटिश शासकों के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे। प्रारंभ में अंग्रेज कुछ व्यवसाय करने के उद्देश्य से भारत आए और यहाँ से बहुत सारा धन, सोना और चांदी ले गए। फिर उन्होंने अनुचित साधनों के माध्यम से, फूट डालों और राजनीति करो की नीति अपनाकर, धीरे-धीरे सब कुछ अपने नियंत्रण में कर लिया। उन्होंने भारतीयों के साथ असमान व्यवहार किया, बहुत अत्याचार किया। लेकिन यह देश वीर जवानो का है यहाँ अत्याचार बहुत दिन तक नही चल सकता और इन अत्याचारों का विरोध करने के लिए 1857 में बैरकपुर में एक सिपाही मंगल पांडे ने विद्रोह शुरू किया कर दिया। 1857 का सैन्य विद्रोह भारतीय स्वतंत्रता के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ था। इसके बाद पूरे देश में ब्रिटिश शासन के अत्याचार के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया। महात्मा गांधी के नेतृत्व में लोगों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और सविनय अवज्ञा आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
स्वतंत्रता के इस युद्ध में भगत सिंह, खुदीराम बोस, चंद्रशेखर आजाद और देश के अन्य सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। कई लड़ाइयों और आंदोलनों और वर्षो के संघर्ष के बाद, 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ। हमारे देश के कई बहादुर देशभक्तों ने स्वतंत्रता की इस लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी। देश के इन वीर योद्धाओं की वजह से आज हम आजाद भारत में जी रहे हैं। इस शुभ दिन को चिह्नित करने और देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले बहादुर योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।
जय हिन्द। जय भारत।
उपरोक्त 3 पैराग्राफ में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण का प्रथम सेट है। इसमें लगभग 300 शब्दों का प्रयोग किया गया है। स्वतंत्रता दिवस पर यह भाषण Class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 तक के विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है। अब आइये देखते हैं स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के दूसरा सेट -
15 अगस्त पर भाषण : 15th August Speech in Hindi
सेट -2
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकों और मेरे सभी प्यारे दोस्तों,
15 अगस्त प्रत्येक भारतीय के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 को कई वर्षों के लगातार संघर्ष के बाद भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हुआ। तब से, हम हर वर्ष 15 अगस्त को बड़े ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं और हमारी मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देते हैं।
15 अगस्त 1947 से पहले अंग्रेजों ने लगभग 350 वर्षों तक भारत पर शासन किया। प्रारंभ में, अंग्रेज व्यापार के लिए भारत आए, धीरे-धीरे उन्होंने पूरे देश में अपना व्यवसाय फैलाया और भारत पर नियंत्रण कर लिया। ब्रिटिश शासकों ने भारत को अपने अधीन कर लिया और भारतीयों पर क्रूर अत्याचार किये। लेकिन 1857 से भारत माता के वीर सपूतों ने अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और तब से उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लगातार कई लड़ाईयां लड़ी और आंदोलन किये। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, खुदीराम बोस, चंद्रशेखर आजाद आदि वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, बालगंगाधर तिलक आदि भारत माता के महान सपूतों ने देश के लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और सम्पूर्ण भारत के लिए लोग स्वतंत्रता के लिए इसमें सम्मिलित हुए . परिणाम स्वरुप अंग्रेजों को बाध्य होकर भारतीयों को सत्ता सौंपनी पड़ी और भारत 15 अगस्त 1547 को एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।
हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि हम स्वतंत्र भारत में पैदा हुए हैं जहाँ हमें जीवन के सभी मूलभूत अधिकार स्वतः मिल जाते हैं और यह सब हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं के कारण ही संभव हो पाया है। आज 15 अगस्त के इस पावन पर्व पर मैं भारत माता के इन सभी वीर सपूतों को नमन करता हूं।
जय हिन्द। जय भारत।
15 अगस्त या स्वतंत्रता दिवस पर भाषण का यह दूसरा सेट लगभग 300 शब्दों का है और सभी विद्यार्थियों के लिए भाषण की तैयारी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
उम्मीद है स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के ये दोनों सेट आपके लिए उपयोगी साबित होंगे। आप अपने विचार हमें कमेंट में शेयर कर सकते हैं।
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